हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड और शिक्षा विभाग के बीच हुआ ऐतिहासिक एमओयू
चंडीगढ़। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (HBSE) और शिक्षा विभाग हरियाणा के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इस समझौते के तहत अब बोर्ड न केवल दसवीं और बारहवीं की परीक्षाएं आयोजित करेगा, बल्कि HTET और अन्य शिक्षक भर्ती परीक्षाएं भी इसके अंतर्गत आएंगी।
बोर्ड सचिव डॉ. मुनीश नागपाल और निदेशक शिक्षा ने किए हस्ताक्षर
इस एमओयू पर बोर्ड सचिव डॉ. मुनीश नागपाल और शिक्षा विभाग के निदेशक ने संयुक्त रूप से हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर दोनों विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। यह करार हरियाणा की शिक्षा प्रणाली में एक नए युग की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है।
अब इन स्कूलों की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा भी लेगा बोर्ड
इस समझौते के बाद अब पीएमश्री स्कूल, मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल और मॉडल संस्कृति प्राइमरी स्कूल में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए भी परीक्षाएं हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अधीन होंगी।
बोर्ड पर बढ़ा सरकार का भरोसा
बोर्ड सचिव डॉ. नागपाल ने कहा कि, “यह बोर्ड पर सरकार के बढ़ते विश्वास का प्रमाण है। इसके साथ ही बोर्ड की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी और पारदर्शी एवं मानकीकृत मूल्यांकन प्रणाली को बल मिलेगा।”
स्टैण्डर्डाइज्ड असेसमेंट के लिए अधिसूचना जल्द
उन्होंने बताया कि अब बोर्ड एक मानकीकृत मूल्यांकन प्रणाली (Standardised Assessment) लागू करेगा और जल्द ही परीक्षा तिथियों की अधिसूचना भी जारी की जाएगी। यह प्रक्रिया पूरे राज्य में एक समान परीक्षा पद्धति सुनिश्चित करेगी।
टेस्टिंग एजेंसी के रूप में उभर रहा है हरियाणा बोर्ड
बोर्ड अब केवल स्कूल परीक्षाओं तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि एक टेस्टिंग एजेंसी के रूप में भी स्थापित हो रहा है, जो भविष्य में विभिन्न विभागों के लिए भी भर्ती परीक्षाएं आयोजित कर सकता है।
क्या है इस MoU का महत्त्व?
- शिक्षा में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित होगी।
- बोर्ड की कार्यक्षमता और दायरा दोनों बढ़ेगा।
- शिक्षक भर्ती प्रक्रिया अधिक व्यवस्थित और केंद्रीकृत होगी।
- राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता को मानकों के अनुरूप बनाया जाएगा।
आने वाले बदलाव
बोर्ड द्वारा अब सभी परीक्षाओं में ओएमआर शीट आधारित मूल्यांकन, सेंटरलाइज परीक्षा प्रणाली और डिजिटल परिणाम जैसी आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाएगा, जिससे परीक्षा प्रक्रिया अधिक प्रभावी और तेज होगी।
निष्कर्ष
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड और शिक्षा विभाग के बीच यह समझौता शिक्षा क्षेत्र में एक ऐतिहासिक निर्णय माना जा रहा है। इससे न केवल बोर्ड की जिम्मेदारियां बढ़ेंगी बल्कि राज्य के शिक्षकों और छात्रों को भी एक बेहतर और पारदर्शी प्रणाली का लाभ मिलेगा। अब हरियाणा बोर्ड सिर्फ परीक्षा लेने वाली संस्था नहीं, बल्कि शिक्षा सुधार का सशक्त माध्यम बनकर उभरेगा।