नोएडा: सोसाइटी की बालकनी से गिरा गमला, नीचे खेल रहे मासूम की दर्दनाक मौत
नोएडा। उत्तर प्रदेश के नोएडा शहर में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। शहर की एक हाईराइज सोसाइटी में, बालकनी की दीवार पर रखा एक भारी गमला अचानक गिर गया, जो नीचे खेल रहे एक मासूम बच्चे के सिर पर आ गिरा। गंभीर चोट लगने के कारण बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई। यह घटना सोसाइटी के निवासियों और पूरे क्षेत्र में शोक की लहर फैला गई है।
घटना का विवरण
यह हादसा सेक्टर-137 स्थित एक नामी सोसाइटी में हुआ, जहां परिवारों की एक बड़ी संख्या निवास करती है। जानकारी के अनुसार, घटना दोपहर करीब 4 बजे हुई जब 6 साल का मासूम आरव (बदला नाम) सोसाइटी के पार्क में अपने दोस्तों के साथ खेल रहा था। अचानक ऊपर से एक बालकनी से बड़ा गमला सीधे उसके सिर पर गिरा।
अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने किया मृत घोषित
घटना होते ही परिजन और अन्य लोग बच्चे को तुरंत पास के निजी अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों के अनुसार सिर पर गहरा घाव लगने से अत्यधिक रक्तस्राव हुआ, जिससे उसकी मौत हुई।
सोसाइटी में मची अफरा-तफरी
घटना के बाद सोसाइटी में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। गुस्साए परिजनों और स्थानीय लोगों ने सोसाइटी प्रबंधन की लापरवाही पर सवाल उठाए। निवासियों ने कहा कि कई बार शिकायत के बावजूद बालकनियों में भारी और असुरक्षित गमले रखने से मना नहीं किया गया।
क्या कहते हैं नियम?
अधिकांश हाईराइज सोसाइटी में बालकनी रेलिंग पर भारी वस्तुएं रखना मना है, लेकिन इन नियमों का पालन शायद ही किया जाता है। यह घटना दर्शाती है कि सुरक्षा मानकों की अनदेखी कितनी खतरनाक हो सकती है।
पुलिस जांच शुरू, एफआईआर दर्ज
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है। सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है और सोसाइटी प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि गमला किस फ्लैट से गिरा और क्या वह लापरवाही का मामला है।
सोसाइटी प्रबंधन की प्रतिक्रिया
सोसाइटी प्रबंधन ने मीडिया को जारी एक बयान में कहा कि, “हम इस दुखद घटना से स्तब्ध हैं। पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता दी जा रही है। हम नियमों की समीक्षा करेंगे और भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकने के लिए कड़े कदम उठाएंगे।”
निवासियों की नाराजगी
स्थानीय लोगों ने कहा कि सोसाइटी में पहले भी इस तरह की चीजें बालकनी से गिरती रही हैं लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। कई परिवारों ने अब गार्डन एरिया में बच्चों को खेलने से मना करना शुरू कर दिया है।
माता-पिता का रो-रो कर बुरा हाल
मासूम की मौत से माता-पिता का रो-रो कर बुरा हाल है। पड़ोसियों ने बताया कि आरव एक होशियार और मिलनसार बच्चा था। वह पहली कक्षा में पढ़ता था और उसे पार्क में खेलना बहुत पसंद था।
सामाजिक संगठनों की मांग
घटना के बाद कई सामाजिक संगठनों ने सभी हाईराइज सोसाइटी में सुरक्षा ऑडिट की मांग की है। साथ ही उन्होंने सरकार से अपील की है कि वह बिल्डरों और प्रबंधन समितियों को जवाबदेह बनाए।
निष्कर्ष
नोएडा की यह घटना केवल एक दुर्घटना नहीं बल्कि लापरवाही की कीमत है, जिसकी कीमत एक मासूम को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। अब वक्त है कि सोसाइटी प्रबंधन, निवासी और शासन-प्रशासन मिलकर गंभीरता से ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाएं।
इस घटना से एक बड़ा सवाल उठता है — क्या हमारी आधुनिक सोसाइटियों में बच्चों की सुरक्षा वाकई सुनिश्चित है?