नारनौंद में पहली बरसात बनी एक युवक के लिए आखिरी, खांडा मोड़ पर करंट से मौत

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नारनौंद में पहली बरसात बनी एक युवक के लिए आखिरी, खांडा मोड़ पर करंट से दर्दनाक मौत

नारनौंद (हिसार), 16 जून 2025: सीजन की पहली बरसात जहां किसी के लिए गर्म चाय और पकौड़े का बहाना बनती है, वहीं नारनौंद क्षेत्र के खांडा मोड़ पर एक दर्दनाक हादसे की वजह भी बन गई। बरसात के दौरान एक नौजवान युवक की करंट लगने से मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना ने न सिर्फ क्षेत्रवासियों को झकझोर कर रख दिया है बल्कि बिजली विभाग की लापरवाही और प्रशासन की उदासीनता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

कैसे हुआ हादसा

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, युवक किसी काम से खांडा मोड़ की ओर जा रहा था कि अचानक सड़क किनारे फैले करंटयुक्त पानी की चपेट में आ गया। देखते ही देखते वह जमीन पर गिर पड़ा और कुछ ही पलों में उसकी साँसें थम गईं। मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत बिजली विभाग को सूचित किया और युवक को अस्पताल ले जाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।

प्रशासनिक चूक या बिजली विभाग की लापरवाही?

स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में बरसात होते ही बिजली के तारों में खराबी या पोलों से लीक करंट निकलना आम बात है। इसके बावजूद समय रहते मेंटेनेंस नहीं किया गया। हादसे के स्थान पर न तो कोई चेतावनी बोर्ड था, न ही क्षेत्र को सुरक्षित किया गया था। यह घटना बिजली विभाग की घोर लापरवाही को उजागर करती है।

नारनौंद के लोगों का यह भी आरोप है कि पिछले कई महीनों से नालियों की सफाई नहीं हुई है और बरसात के पानी की निकासी का कोई ठोस इंतज़ाम नहीं किया गया। इससे जलभराव और करंट जैसे जानलेवा खतरे पैदा हो जाते हैं।

परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

मृतक युवक अपने पीछे माता-पिता, पत्नी और छोटे बच्चों को छोड़ गया है। परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। गांव में शोक का माहौल है और हर कोई इस अनहोनी से स्तब्ध है। प्रशासन से लोगों की मांग है कि पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता दी जाए और जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई हो।

गांव के एक बुजुर्ग ने भावुक स्वर में कहा, "बरसात तो जीवनदायिनी मानी जाती है लेकिन आज इसने हमारे गांव के एक होनहार बेटे को छीन लिया। अगर समय पर प्रशासन सतर्क होता तो शायद यह जान बचाई जा सकती थी।"

सवाल जो उठते हैं

  • क्या बिजली विभाग को मौसम विभाग की चेतावनी के बाद तैयार नहीं रहना चाहिए था?
  • क्या बरसात से पहले बिजली पोल और तारों की जांच नहीं की जानी चाहिए?
  • क्या जलभराव की समस्या के लिए नगरपालिका को जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए?
  • क्या हर साल ऐसा हादसा होने के बाद ही हम जागते रहेंगे?

जनता में आक्रोश और जागरूकता की अपील

घटना के बाद स्थानीय निवासियों और युवाओं ने सोशल मीडिया पर इस मामले को उठाया है और न्याय की मांग की है। लोग इस घटना को केवल 'दुर्घटना' नहीं बल्कि 'सरकारी लापरवाही से हुई हत्या' मान रहे हैं।

सभी नागरिकों से अनुरोध किया गया है कि इस घटना की सच्चाई को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें।

😔 ओम् शांति 😔
भगवान मृतक आत्मा को शांति और परिवार को यह अपार दुख सहने की शक्ति प्रदान करे।
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Location: India Narnaund, Haryana 125039, India