हरियाणा रोडवेज की बस ने स्कूल बस को टक्कर मारी: 50 बच्चे घायल, 4 गंभीर
महेंद्रगढ़, हरियाणा: हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले में सोमवार सुबह एक भीषण सड़क हादसे में 50 स्कूली बच्चे घायल हो गए। हादसा उस समय हुआ जब हरियाणा रोडवेज की एक बस ने एक निजी स्कूल बस को टक्कर मार दी। टक्कर के बाद स्कूल बस बेकाबू होकर एक ट्रैक्टर ट्रॉली से जा भिड़ी।
यह दर्दनाक हादसा महेंद्रगढ़ के राव तुलाराम चौक पर सुबह करीब 7 बजे हुआ। स्कूल बस में महेंद्रगढ़ और चरखी दादरी जिलों के करीब 50 छात्र सवार थे। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि स्कूल बस का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे में 4 छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि बाकी बच्चों को हल्की चोटें आईं।
हादसे के बाद मची अफरा-तफरी
घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई। सूचना मिलते ही पुलिस और स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया। गंभीर रूप से घायल 4 बच्चों को विशेष चिकित्सा सुविधा के लिए रेफर किया गया है। अन्य बच्चों को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया।
हादसा कैसे हुआ?
रोजाना की तरह सुबह 6 बजे RPS स्कूल की बस गांवों से बच्चों को लेने निकली थी। बस में शीशवाल, आदमपुर दाढ़ी, आकोदा, बधवाना, पाली, धोली, खुड़ाना और सिसोठ गांवों के छात्र सवार थे। करीब 50 बच्चे जब बस में बैठ चुके थे और वह तुलाराम चौक पहुंची, तभी सामने से आ रही हरियाणा रोडवेज की बस ने उसमें टक्कर मार दी। रोडवेज बस महेंद्रगढ़ से दादरी जा रही थी। टक्कर के कारण स्कूल बस साइड से जा रही एक ट्रैक्टर ट्रॉली से जा भिड़ी।
पुलिस ने जब्त की दोनों बसें
हादसे के बाद रोडवेज बस और स्कूल बस को जब्त कर लिया गया है। ट्रैक्टर-ट्रॉली भी पुलिस कब्जे में है। हादसे के चलते करीब एक घंटे तक मुख्य मार्ग पर ट्रैफिक जाम रहा। पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोनों बस चालकों से पूछताछ की जा रही है।
बच्चों की सुरक्षा पर उठे सवाल
इस दुर्घटना ने स्कूल बसों की सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। अभिभावकों ने प्रशासन से स्कूल बसों की नियमित जांच और ड्राइवरों की ट्रेनिंग सुनिश्चित करने की मांग की है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि प्रथम दृष्टया रोडवेज बस की तेज रफ्तार हादसे की वजह मानी जा रही है, लेकिन जांच रिपोर्ट आने के बाद ही सही निष्कर्ष निकाला जाएगा।
स्थिति सामान्य, लेकिन चिंता बनी हुई
फिलहाल बच्चों की हालत स्थिर बताई जा रही है, लेकिन इस हादसे ने परिजनों के साथ-साथ शिक्षा विभाग को भी झकझोर कर रख दिया है। प्रशासन से यह उम्मीद जताई जा रही है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।