राखीगढ़ी पहुंचे मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री, 5000 साल पुरानी हड़प्पा सभ्यता का किया अवलोकन
हिसार (19 मई 2025): हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने आज ऐतिहासिक गांव राखीगढ़ी का दौरा किया। यह गांव विश्व प्रसिद्ध हड़प्पा सभ्यता स्थल के रूप में जाना जाता है, जहां अब तक की खुदाई में 5000 साल पुरानी सभ्यता के अनेक अवशेष मिले हैं।
तीन विकास परियोजनाओं का लोकार्पण
मुख्यमंत्री ने राखीगढ़ी में करीब 20 करोड़ रुपये की लागत से तैयार की गई तीन प्रमुख विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इनमें विश्राम गृह भवन, हॉस्टल और कैफेटेरिया शामिल हैं। इन सुविधाओं से राखीगढ़ी को एक विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने में मदद मिलेगी।
प्रदर्शनी और खुदाई स्थल का किया दौरा
इस अवसर पर पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग, हरियाणा द्वारा आयोजित एक विशेष प्रदर्शनी का भी मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री ने अवलोकन किया। उन्होंने खुदाई स्थल का भ्रमण कर अब तक प्राप्त अवशेषों और खोजों की जानकारी प्राप्त की।
मुख्यमंत्री के साथ प्रदेश कैबिनेट मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा और रणबीर गंगवा भी मौजूद रहे। सभी ने राखीगढ़ी में हो रहे विकास कार्यों का जायजा लिया और आगे की योजनाओं पर चर्चा की।
राखीगढ़ी के संरक्षण और विकास को लेकर बैठक
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के बीच राखीगढ़ी को लेकर कई अहम बिंदुओं पर चर्चा हुई। केंद्रीय मंत्री ने बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि राखीगढ़ी भारत की गौरवशाली सभ्यता का प्रतीक है। हजारों साल पहले की मानव बसावट के प्रमाण यहां मिले हैं जो इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विशेष बनाते हैं।
उन्होंने कहा कि राखीगढ़ी को चरणबद्ध (डिफरेंट फेसेज़) तरीके से विकसित किया जा रहा है और इसके लिए आर्कियोलॉजी ऑफ इंडिया (ASI) को भी निर्देश दिए गए हैं।
क्लस्टर डेवलपमेंट मॉडल की दिशा में प्रयास
गजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि हरियाणा सरकार की योजना राखीगढ़ी को अग्रोहा और अन्य ऐतिहासिक स्थलों के साथ क्लस्टर के रूप में विकसित करने की है, जिससे यह क्षेत्र एक प्रमुख पर्यटन हब बन सके। उन्होंने राज्य सरकार की अब तक की कोशिशों की सराहना की और कहा कि "हरियाणा सरकार ने राखीगढ़ी में जो कार्य किए हैं वे अत्यंत प्रशंसनीय हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि पेंडिंग कार्यों को समयबद्ध ढंग से पूरा करने के लिए एक रणनीति बनाई जाएगी और सभी संबंधित विभागों को इस दिशा में तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए जा चुके हैं।
विश्व स्तर पर पहचान बनाने की दिशा में कदम
राखीगढ़ी को लेकर न केवल भारत बल्कि वैश्विक स्तर पर रुचि बनी हुई है। यह स्थल हड़प्पा और मोहनजोदड़ो जैसे प्राचीन नगरों की कतार में शामिल किया जा सकता है, बशर्ते इसका वैज्ञानिक रूप से संरक्षण और विकास सुनिश्चित किया जाए।
ऐसे में केंद्र व राज्य सरकार दोनों की ओर से किया जा रहा प्रयास भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को एक नई पहचान देने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है।
निष्कर्ष
राखीगढ़ी की ऐतिहासिक यात्रा केवल एक औपचारिक दौरा नहीं, बल्कि भारत की प्राचीन संस्कृति और सभ्यता को संजोने और दुनिया के समक्ष प्रस्तुत करने का प्रयास है। मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री का यह दौरा दर्शाता है कि सरकार इस धरोहर को संजीवनी देने के लिए कृतसंकल्प है। यदि योजनाबद्ध तरीके से इन प्रयासों को मूर्त रूप दिया गया, तो राखीगढ़ी न केवल इतिहास के पन्नों में बल्कि विश्व पर्यटन मानचित्र पर भी अपनी विशेष पहचान बनाएगा।
रिपोर्ट: News ब्यूरो, हिसार