उपासना स्कूल नारनौंद की छात्रा जानवी ने 10वीं बोर्ड परीक्षा में हासिल किए 486 अंक
नारनौंद (हिसार)। उपासना सीनियर सेकेंडरी स्कूल नारनौंद की होनहार छात्रा जानवी ने हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड, भिवानी द्वारा आयोजित दसवीं कक्षा की परीक्षा में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 486 अंक
हरियाणा बोर्ड द्वारा मार्च 2025 में आयोजित की गई सेकेंडरी परीक्षा का परिणाम हाल ही में घोषित किया गया, जिसमें जानवी (अनुक्रमांक: 1052224647, पंजीकरण संख्या: 24-1-HI-387-0011) ने सभी विषयों में उत्कृष्ट अंक प्राप्त किए। उनकी सफलता का श्रेय उनकी कठिन मेहनत, माता-पिता के सहयोग और स्कूल के शिक्षकों के मार्गदर्शन को दिया जा रहा है।
विषयवार प्रदर्शन
जानवी ने हिंदी में 91, अंग्रेजी में 99, गणित में 81, सामाजिक विज्ञान में 99, विज्ञान में 98 (78 थ्योरी + 20 प्रैक्टिकल) और संगीत विषय में 99 अंक प्राप्त किए हैं। कुल मिलाकर उन्होंने 500 में से 486 अंक9.60 GPA
विद्यालय में हर्ष का माहौल
जानवी की सफलता पर उपासना स्कूल नारनौंद में हर्ष का माहौल है। स्कूल प्राचार्य श्री जगदीश भैरो ने कहा कि जानवी ने स्कूल का नाम रोशन किया है और यह सफलता अन्य छात्रों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगी। उन्होंने बताया कि जानवी शुरू से ही पढ़ाई में मेधावी रही हैं और वह कक्षा में हमेशा अनुशासन और समर्पण के साथ पढ़ाई करती थीं।
जानवी के पिता रामदिया और माता अनीता ने अपनी बेटी की इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा जानवी को पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित किया और हर संभव सहयोग दिया।
भविष्य की योजना
जानवी ने बताया कि वह आगे चलकर मेडिकल क्षेत्र में जाना चाहती हैं और डॉक्टर बनने का सपना रखती हैं। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, शिक्षकों और अपनी नियमित पढ़ाई को दिया।
हरियाणा बोर्ड की ओर से शुभकामनाएं
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड, भिवानी द्वारा जारी परिणाम में यह स्पष्ट किया गया है कि यह डिजिटल मार्कशीट केवल सूचना हेतु है और मूल अंकतालिका बोर्ड द्वारा अलग से प्रदान की जाएगी। बोर्ड ने सभी सफल छात्रों को उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी हैं।
इस अवसर पर स्कूल के अन्य शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भी जानवी को बधाई दी और कहा कि वह न केवल पढ़ाई में, बल्कि अन्य सह-शैक्षणिक गतिविधियों में भी आगे रहती हैं।
निष्कर्ष
जानवी की यह सफलता एक उदाहरण है कि यदि लगन, अनुशासन और सतत प्रयास किए जाएं तो किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। उपासना स्कूल नारनौंद की यह उपलब्धि क्षेत्र के अन्य विद्यालयों और विद्यार्थियों को प्रेरित करेगी।