HAU विवाद: भूख हड़ताल पर बैठे विधायक जस्सी पेटवाड,

Today News update HAU विवाद: भूख हड़ताल पर बैठे विधायक जस्सी पेटवाड, सांसद धर्मवीर ने दिया समर्थन

HAU विवाद: भूख हड़ताल पर बैठे विधायक जस्सी पेटवाड, सांसद धर्मवीर सिंह ने दिया समर्थन

हिसार, 19 जून 2025: हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU), हिसार में जारी छात्र आंदोलन अब एक निर्णायक मोड़ पर पहुंच गया है। छात्रों के समर्थन में नारनौंद के विधायक जस्सी पेटवाड स्वयं विश्वविद्यालय परिसर में भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। उनके साथ बड़ी संख्या में छात्र और युवा कार्यकर्ता भी धरना स्थल पर जुटे हुए हैं।

इस आंदोलन को और अधिक बल तब मिला जब बीजेपी के वरिष्ठ सांसद धर्मवीर सिंह भी छात्रों के बीच पहुंचे और खुलकर उनका समर्थन किया। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जानी चाहिए।

विधायक का बड़ा कदम: सत्ता में रहकर संघर्ष

विधायक जस्सी पेटवाड का छात्रों के साथ भूख हड़ताल पर बैठना प्रदेश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम माना जा रहा है। आमतौर पर सत्ताधारी दल के विधायक धरनों से दूरी बनाकर चलते हैं, लेकिन पेटवाड ने साफ कहा,

“यह सिर्फ छात्रों की लड़ाई नहीं है, यह अन्याय के खिलाफ एक जनआंदोलन है। जब तक दोषियों को बाहर नहीं किया जाएगा, हम चैन से नहीं बैठेंगे।”

क्या है HAU विवाद?

छात्रों का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही और दबंगई के कारण छात्रों पर बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज किया गया, जिसमें कई विद्यार्थी घायल हुए। इसके अतिरिक्त छात्रवृत्ति नीति में अचानक बदलाव कर उसे 75% अंकों तक सीमित कर दिया गया, जिससे 70% लाने वाले हजारों छात्रों को योजना से वंचित कर दिया गया।

छात्रों की मुख्य मांगें हैं:

  • वाइस चांसलर, DSW और सिक्योरिटी प्रमुख को बर्खास्त किया जाए।
  • 70% अंक लाने वाले सभी छात्रों को छात्रवृत्ति मिले।
  • आंदोलन में भाग लेने वाले छात्रों पर कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई न हो।

सांसद धर्मवीर सिंह की प्रतिक्रिया

छात्रों के बीच पहुंचे सांसद धर्मवीर सिंह ने कहा,

“धरना देना, प्रदर्शन करना हर नागरिक का लोकतांत्रिक अधिकार है। जिसने छात्रों के साथ गलत किया है, वह बख्शा नहीं जाएगा। सरकार निष्पक्ष जांच करवा रही है और जो भी दोषी होगा, उस पर कार्रवाई तय है।”

धर्मवीर सिंह के इस बयान से स्पष्ट संकेत मिलते हैं कि अब राज्य सरकार पर भी छात्रों के दबाव में कार्रवाई का दबाव बढ़ता जा रहा है।

कैंपस में जनसमर्थन बढ़ा

विधायक और सांसद के आंदोलन में आने के बाद अब HAU कैंपस में छात्रों के साथ-साथ ग्रामीण संगठन, किसान यूनियन और समाजसेवी संगठन भी शामिल हो गए हैं। आंदोलन अब राजनीतिक रंग भी लेता नजर आ रहा है।

छात्रों ने कहा है कि जब तक उनकी सभी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे विश्वविद्यालय में पढ़ाई शुरू नहीं करेंगे और धरना जारी रहेगा।

प्रशासन की स्थिति असमंजस में

विधायक और सांसद जैसे जनप्रतिनिधियों के खुले समर्थन के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन असमंजस में है। अभी तक कोई भी अधिकारी छात्रों से खुलकर संवाद करने नहीं पहुंचा है। वाइस चांसलर पर इस्तीफे का दबाव लगातार बढ़ रहा है।

हालांकि, विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से एक बयान में कहा गया है कि “छात्रों की समस्याओं को गंभीरता से लिया जा रहा है और समाधान निकालने के प्रयास जारी हैं।”

छात्रों का हौसला बुलंद

छात्रों ने कहा है कि इस बार वह पीछे हटने वाले नहीं हैं। एक छात्र नेता ने कहा,

“हमने किसान आंदोलन से सीखा है कि शांतिपूर्ण, संगठित और एकजुट रहकर हम किसी भी अन्याय का अंत कर सकते हैं।”

निष्कर्ष

हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार में छात्रों का संघर्ष अब जनआंदोलन का रूप ले चुका है। जब सत्ता पक्ष के विधायक भूख हड़ताल पर बैठें और सांसद खुलेआम समर्थन करें, तो यह साफ है कि मामला गंभीर है। आने वाले दिनों में यह आंदोलन प्रदेश की राजनीति में बदलाव का संकेत भी दे सकता है।

Share:
Location: India Haryana, India