नारनौंद कस्बे में 4.47 किलोमीटर लंबे नए बाईपास के निर्माण के लिए 1,825.43 लाख रुपये काम शुरू

नारनौंद में बनेगा नया बाईपास https://www.todaynewsupdate.online नारनौंद कस्बे में 4.47 किलोमीटर लंबे नए बाईपास के निर्माण के लिए 1,825.43 लाख रुपये काम शुरू

नारनौंद में बनेगा बहुप्रतीक्षित बाईपास, जाम और दुर्घटनाओं से मिलेगी राहत

विकास की दिशा में एक और कदम, नारनौंद कस्बे में 4.47 किलोमीटर लंबे नए बाईपास के निर्माण के लिए 1,825.43 लाख रुपये काम शुरू 72 करोड़ की लागत से होगा निर्माण

हिसार, 30 अप्रैल 2025 — हरियाणा के नारनौंद क्षेत्र को जल्द ही एक बड़ी सौगात मिलने जा रही है। वर्षों से जिस बाईपास सड़क की मांग क्षेत्रवासियों द्वारा की जा रही थी, उस पर अब सरकार ने मुहर लगा दी है। राज्य सरकार ने घोषणा की है कि नारनौंद शहर के लिए नया बाईपास बनाया जाएगा, जिससे शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या, भारी वाहनों की आवाजाही और आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं से निजात मिलेगी।

बाईपास के निर्माण की घोषणा हरियाणा के लोक निर्माण मंत्री द्वारा एक जनसभा में की गई, जिसमें उन्होंने बताया कि यह प्रोजेक्ट कुल 72 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया जाएगा। निर्माण कार्य अगले तीन महीनों में शुरू होने की संभावना है और इसे लगभग 18 महीनों में पूरा किया जाएगा।

उन्होंने कहा, "नारनौंद की जनता लंबे समय से इस मांग को दोहरा रही थी। अब हम इस बाईपास को वास्तविकता में बदलने जा रहे हैं। इससे न केवल सड़क सुरक्षा बढ़ेगी बल्कि व्यापारिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।"

नया बाईपास लगभग 8.5 किलोमीटर लंबा होगा और यह शहर के मुख्य प्रवेश मार्ग को बाहरी इलाके से जोड़ते हुए ट्रैफिक को डायवर्ट करेगा। इससे शहर के मध्य में भारी वाहनों के प्रवेश को नियंत्रित किया जाएगा। बाईपास के दोनों छोर पर ट्रैफिक रोटरी, लाइटिंग सिस्टम, सुरक्षा रेलिंग और अंडरपास की व्यवस्था भी की जाएगी।

स्थानीय निवासियों ने इस घोषणा पर खुशी जताई है। नारनौंद निवासी और व्यापारी संघ के अध्यक्ष ने कहा, "हर दिन ट्रैफिक के कारण कई बार शहर में घंटों जाम लग जाता है। स्कूली बच्चों और बुजुर्गों के लिए सड़कों पर चलना तक मुश्किल हो गया था। इस बाईपास से राहत मिलेगी।"

अभी तक नारनौंद की मुख्य सड़कों से होकर दिल्ली-बठिंडा, हिसार-पानीपत और सिरसा-सोनीपत मार्गों के वाहन गुजरते हैं, जिससे शहर की सड़कों पर अत्यधिक दबाव पड़ता है। नए बाईपास के जरिए इस ट्रैफिक को शहर से बाहर भेजा जाएगा, जिससे यात्रा समय भी कम होगा।

SDM नारनौंद ने जानकारी दी कि प्रशासन भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को तेज़ी से आगे बढ़ा रहा है। इसके लिए कुल 70 एकड़ भूमि की आवश्यकता होगी, जिसमें से लगभग 80% भूमि के मालिकों ने सहमति पत्र दे दिए हैं। सरकार भूमि अधिग्रहण के बदले उचित मुआवजा भी देगी।

इसके अतिरिक्त, बाईपास मार्ग को भविष्य में चार लेन तक विस्तारित करने की योजना भी बनाई गई है, ताकि आगामी वर्षों की जरूरतों के अनुसार यह मार्ग प्रभावी बना रहे।

इस बाईपास का सकारात्मक असर न केवल यातायात प्रबंधन पर पड़ेगा, बल्कि नारनौंद के व्यापार, कृषि परिवहन और उद्योगों को भी गति मिलेगी। क्षेत्र के किसानों को अपने कृषि उत्पाद जल्दी और सुरक्षित मंडियों तक पहुंचाने में आसानी होगी।

विशेषज्ञों का मानना है कि यह बाईपास नारनौंद को एक नए विकास पथ पर अग्रसर करेगा। इससे आसपास के गांवों जैसे गंगवा, उचाना, बास, खेदड़ और सिसाय आदि को भी सुविधा होगी और रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे।

वहीं विपक्षी दलों ने इस पर सतर्क निगाहें रखी हैं और मांग की है कि निर्माण कार्य पूरी पारदर्शिता से हो और गुणवत्ता से कोई समझौता न किया जाए।

मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से भी एक आधिकारिक विज्ञप्ति जारी की गई जिसमें कहा गया है कि राज्य सरकार का उद्देश्य प्रदेश के सभी नगरों और कस्बों को बेहतर सड़क नेटवर्क से जोड़ना है। नारनौंद बाईपास इसी योजना का हिस्सा है।

स्थानीय विधायक ने कहा, "मैंने लगातार विधानसभा में इस विषय को उठाया था। आज यह घोषणा पूरे क्षेत्र की जीत है। हम समय पर और गुणवत्तापूर्ण निर्माण सुनिश्चित करेंगे।"

इस प्रोजेक्ट के तहत ड्रेनेज सिस्टम, पर्यावरण सुरक्षा उपाय, वृक्षारोपण, और डिवाइडर निर्माण भी किया जाएगा, जिससे यह बाईपास एक आधुनिक और सुरक्षित सड़क मॉडल बनेगा।

नारनौंद के लोग अब इस बाईपास को लेकर आशान्वित हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि यह काम समय पर पूरा होगा। जैसे-जैसे प्रशासन आगे की प्रक्रिया तेज करेगा, बाईपास का सपना जल्द ही साकार हो सकेगा।

यदि सब कुछ योजना के अनुसार चला, तो अगले डेढ़ वर्ष में नारनौंद के ट्रैफिक की तस्वीर पूरी तरह बदल जाएगी और यह कस्बा विकास की नई दिशा में अग्रसर होगा।

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Location: India Narnaund, Haryana 125039, India