महम फन फेयर मेले में भारी अनियमितताएं, सुरक्षा और धोखाधड़ी के गंभीर आरोप

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महम फन फेयर मेले में भारी अनियमितताएं, सुरक्षा और धोखाधड़ी के गंभीर आरोप

महम (हरियाणा): महम कस्बे की श्याम मार्केट के पास चल रहे फन फेयर मेले को लेकर स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। मेले में सुरक्षा मानकों की अनदेखी, शराब पीकर काम कर रहे कर्मचारियों और टिकट काउंटर पर धोखाधड़ी जैसे गंभीर आरोप सामने आए हैं।

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि मेले में लगे झूले, खेल और बच्चों के लिए लगाई गई रेलगाड़ी पूरी तरह असुरक्षित हालत में हैं। इसके अलावा, मेला कर्मचारियों का बर्ताव और प्रबंधन में वित्तीय गड़बड़ियां लोगों की चिंता का विषय बन गई हैं।

नशे में धुत कर्मचारी, बड़ा हादसा टल सकता है मुश्किल

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मेले में काम कर रहे कई कर्मचारी शराब के नशे में धुत पाए गए, जो बच्चों और परिवारों की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकते हैं। धर्म सिंह नामक स्थानीय निवासी ने बताया कि झूले बिना किसी ठोस नींव के अस्थाई तौर पर खड़े किए गए हैं, जो किसी भी वक्त गिर सकते हैं।

उन्होंने बताया, "बच्चों के लिए लगाई गई छोटी रेलगाड़ी भी जर्जर हालत में है। पटरी में लोच है और डिब्बे जंग खाए हुए हैं। किसी दिन बड़ा हादसा हो सकता है।"

टिकट काउंटर पर खुलेआम धोखाधड़ी

लोगों ने शिकायत की है कि टिकट काउंटर पर उन्हें असली रसीद नहीं दी जा रही और दरें भी मनमाने ढंग से वसूली जा रही हैं। कई बार एक ही टिकट पर दो बार पैसे वसूले जाने की घटनाएं सामने आई हैं। इससे मेले के संचालन पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।

बिजली चोरी का भी आरोप

स्थानीय निवासियों ने मेले में बिजली चोरी के आरोप भी लगाए हैं। बताया गया है कि कई अस्थाई झूले और दुकानों में अवैध रूप से बिजली के कनेक्शन जोड़े गए हैं, जिससे क्षेत्र की अन्य उपभोक्ताओं को बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है।

मेला संचालक पंकज राठी का बयान

मेला आयोजक पंकज राठी ने भी कई आरोपों को स्वीकार करते हुए कहा कि कुछ कर्मचारियों द्वारा पैसे की हेराफेरी की गई थी, जिसे तुरंत सुधार लिया गया है। उन्होंने बताया कि शराब पीकर काम कर रहे कर्मचारियों को सख्त चेतावनी दी गई है और कुछ को मेले से बाहर भी कर दिया गया है।

हालांकि, उन्होंने बिजली चोरी के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि, "हमने हर कनेक्शन के लिए विधिवत अनुमति ली है, और जो भी अस्थाई व्यवस्था है, वह नियमों के तहत की गई है।"

प्रशासन की चुप्पी से लोगों में नाराज़गी

स्थानीय प्रशासन की ओर से अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, जिससे लोगों में और ज्यादा नाराजगी है। नागरिकों ने मांग की है कि प्रशासन मेले का निरीक्षण करे और सभी असुरक्षित व्यवस्थाओं को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए।

क्या कहते हैं सामाजिक कार्यकर्ता?

महम के सामाजिक कार्यकर्ता रविंद्र गोदारा ने कहा, "मेला बच्चों और परिवारों के मनोरंजन का स्थान है, लेकिन जब यह जीवन के लिए खतरा बन जाए तो प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है कि वह हस्तक्षेप करे।"

निष्कर्ष

फन फेयर मेले में सामने आई लापरवाहियों ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि मनोरंजन के नाम पर जान जोखिम में डालना कहां तक सही है। सुरक्षा मानकों की अनदेखी और भ्रष्टाचार की शिकायतें गंभीर हैं और प्रशासन को तत्काल कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि अगर जल्द सुधार नहीं हुआ तो वे मेला स्थल पर विरोध प्रदर्शन करेंगे और उच्चाधिकारियों से शिकायत करेंगे।

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Location: India Haryana, India