नारनौंद में बारिश के बाद मकान की छत गिरी, युवती घायल

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नारनौंद में बारिश के बाद मकान की छत गिरी, युवती घायल

हिसार/नारनौंद, 14 मई (ब्यूरो):

हरियाणा के नारनौंद कस्बे में मंगलवार की शाम एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जब तेज बारिश और आंधी के चलते एक कच्चे मकान की छत अचानक भरभरा कर गिर गई। यह हादसा शहर के वार्ड नंबर 12 की बाल्मीकि बस्ती में घटित हुआ, जहां एक युवती पिंकी उस समय अपने कमरे में सो रही थी। छत गिरने से उसके सिर में गंभीर चोट आई है जबकि घर का सारा सामान मलबे के नीचे दब गया।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मंगलवार शाम करीब 6 बजे मौसम ने अचानक करवट ली और तेज आंधी के साथ बारिश शुरू हो गई। इसी दौरान मकान की जर्जर छत इस कदर कमजोर हो गई कि वह पलक झपकते ही गिर पड़ी। हादसे के समय पिंकी अपने कमरे में आराम कर रही थी जबकि उसकी मां शकुंतला बाहर आंगन में कुछ घरेलू कार्य कर रही थी। इस कारण वह बाल-बाल बच गई।

जैसे ही छत गिरी, पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। आसपास के लोग चीख-पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे और मलबा हटाने का कार्य शुरू किया। स्थानीय लोगों की मदद से घायल युवती को मलबे से बाहर निकाला गया। उसे प्राथमिक उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस भी तुरंत मौके पर पहुंची और घटनास्थल की जांच शुरू कर दी गई।

घटना के बाद से क्षेत्र में भय का माहौल है, खासकर उन परिवारों के बीच जो कच्चे और जर्जर मकानों में रह रहे हैं। इस हादसे ने प्रशासन की ओर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं कि आखिर क्यों ऐसे जर्जर मकानों को समय रहते चिन्हित कर वहां रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर नहीं भेजा गया।

नारनौंद निवासी शकुंतला, जो कि घायल युवती की मां हैं, ने बताया कि बारिश शुरू होने के दौरान वह बाहर आंगन में काम कर रही थीं। उनकी बेटी पिंकी कमरे में आराम कर रही थी। अचानक तेज आवाज के साथ छत गिर गई और पूरा मलबा पिंकी के ऊपर आ गिरा। संयोगवश उनकी जान बच गई क्योंकि वे उस समय कमरे में नहीं थीं।

स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि जर्जर मकानों की तत्काल जांच की जाए और जिन मकानों की स्थिति असुरक्षित है, उन्हें खाली करवाया जाए ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके। साथ ही पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता और पुनर्वास की व्यवस्था भी शीघ्र की जाए।

यह घटना न केवल एक पारिवारिक त्रासदी है बल्कि एक चेतावनी भी है कि आने वाले मानसून से पहले प्रशासन को जमीनी स्तर पर ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। समय रहते जरूरी कार्यवाही न होने पर ऐसी घटनाएं फिर से दोहराई जा सकती हैं।

फिलहाल युवती की हालत स्थिर बताई जा रही है और प्रशासनिक अधिकारी हालात का जायजा लेने के लिए क्षेत्र का निरीक्षण कर रहे हैं।

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Location: India Haryana, India

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