श्रीनगर में 100 से ज्यादा धमाके, अमृतसर सहित कई शहरों में ब्लैकआउट

Today News update श्रीनगर में 100 से ज्यादा धमाके, अमृतसर सहित कई शहरों में ब्लैकआउट उमर अब्दुल्ला ने सीजफायर से इनकार किया, जबकि गुजरात के कच्छ में ड्रोन देखे गए।

श्रीनगर में 100 से ज्यादा धमाके, अमृतसर सहित कई शहरों में ब्लैकआउट

नई दिल्ली/श्रीनगर: देश की सुरक्षा स्थिति एक बार फिर गंभीर मोड़ पर पहुंच गई है। जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में लगातार धमाकों की आवाज गूंज रही है। अब तक 100 से अधिक धमाके दर्ज किए गए हैं। इस बीच, शहर की सड़कों को खाली कराया जा चुका है और सुरक्षा बलों को अलर्ट मोड पर रखा गया है।

नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने स्पष्ट किया है कि "कोई भी सीजफायर लागू नहीं किया गया है।" उन्होंने कहा कि धमाकों की गूंज लगातार सुनाई दे रही है और हालात सामान्य नहीं हैं।

कई शहरों में ब्लैकआउट, अमृतसर में सायरन बजाकर बिजली बंद

सिर्फ श्रीनगर ही नहीं, देश के कई संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा कारणों के चलते ब्लैकआउट किया गया है। अमृतसर में सायरन बजाकर लोगों को आगाह किया गया और फिर ब्लैकआउट लागू कर दिया गया। इसी तरह फिरोजपुर, जैसलमेर और राजौरी में भी बिजली गुल कर दी गई।

इन क्षेत्रों में सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। हर गली-मोहल्ले में पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। ड्रोन गतिविधियों की भी निगरानी हो रही है।

BSF ने संभाला मोर्चा, हर हमले का जवाब तैयार

बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) के जवान मोर्चा संभाले हुए हैं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह मुस्तैद हैं। सेना के सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान की ओर से आने वाले किसी भी हमले का "मुंहतोड़ जवाब" दिया जा रहा है।

सेना की टुकड़ियों को सीमावर्ती क्षेत्रों में पुनः तैनात किया गया है, और रात के समय विशेष निगरानी अभियान चलाया जा रहा है।

गुजरात के कच्छ में ड्रोन देखे जाने की पुष्टि

उत्तरी भारत में तनाव के बीच अब गुजरात के कच्छ क्षेत्र में भी एक बड़ा खतरा मंडराने लगा है। स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों ने पुष्टि की है कि "कच्छ में संदिग्ध ड्रोन गतिविधियों" के संकेत मिले हैं। इससे सीमा पर तनाव और भी बढ़ गया है।

नागरिकों को रात के समय घरों से बाहर निकलने से परहेज करने की सलाह दी गई है और विशेष चौकसी बरती जा रही है।

पाकिस्तान की ओर से हो रही गतिविधियों पर नजर

सेना और खुफिया एजेंसियां पाकिस्तान की ओर से हो रही सैन्य गतिविधियों पर भी नजर बनाए हुए हैं। ड्रोन के जरिए टोह लेना, मिसाइल सिस्टम एक्टिव करना और बॉर्डर इलाकों में अचानक हलचल बढ़ना—ये सभी संकेत बड़ी कार्रवाई की ओर इशारा कर रहे हैं।

जनता में डर और प्रशासन की अपील

लगातार हो रही घटनाओं से आमजन में भय का माहौल है। प्रशासन की ओर से शांति बनाए रखने की अपील की गई है और लोगों को अफवाहों से बचने की हिदायत दी गई है।

सुरक्षा बलों ने स्पष्ट किया है कि "स्थिति नियंत्रण में है" और किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न देने की जरूरत है।

राजनीतिक हलचल तेज

विपक्ष के नेताओं ने सरकार से पारदर्शिता की मांग की है। कांग्रेस, AAP और समाजवादी पार्टी ने एक स्वर में कहा है कि केंद्र को जनता को सटीक जानकारी देनी चाहिए और जो हो रहा है, उसे छिपाना नहीं चाहिए।

स्थिति की निगरानी कर रही राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की अध्यक्षता में हाई लेवल मीटिंग लगातार चल रही है। प्रधानमंत्री को हर क्षण की रिपोर्ट दी जा रही है। गृह मंत्री और रक्षा मंत्री से भी सीधी बातचीत की जा रही है।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

अमेरिका, ब्रिटेन और संयुक्त राष्ट्र की ओर से चिंता जताई गई है। सभी ने भारत और पाकिस्तान से संयम बरतने की अपील की है और बातचीत के माध्यम से समाधान निकालने का सुझाव दिया है।

निष्कर्ष

देश की सुरक्षा स्थिति अत्यंत संवेदनशील बनी हुई है। श्रीनगर में 100 से अधिक धमाके और सीमावर्ती क्षेत्रों में ब्लैकआउट इस बात का संकेत हैं कि हालात सामान्य नहीं हैं। हालांकि भारत की सेना और सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हैं और हर संभावित खतरे से निपटने को तैयार हैं।

सरकार और नागरिकों, दोनों को इस समय संयम, सतर्कता और एकजुटता का परिचय देने की आवश्यकता है।

जय हिन्द!

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