मुरादाबाद में शिक्षक ने प्रिंसिपल को कुर्सी से धक्का दिया, वीडियो हुआ वायरल
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक सरकारी प्राइमरी स्कूल की महिला प्रधानाध्यापक को एक शिक्षक ने सरेआम कुर्सी से धक्का दे दिया। यह पूरी घटना कैमरे में कैद हो गई और देखते ही देखते वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। मामला मुरादाबाद के मूंढापांडे ब्लॉक के कुलीपुर नगला गांव का बताया जा रहा है।
घटना का विवरण
मिली जानकारी के अनुसार, प्राथमिक विद्यालय में प्रिंसिपल और एक सहायक अध्यापक के बीच लंबे समय से विवाद चला आ रहा था। इसी विवाद के दौरान दोनों के बीच कहासुनी हुई और स्थिति इतनी बिगड़ गई कि अध्यापक ने अचानक कुर्सी पर बैठी प्रिंसिपल को धक्का दे दिया। धक्का इतना जोरदार था कि महिला प्रधानाध्यापक कुर्सी सहित ज़मीन पर गिर पड़ीं।
इस पूरी घटना का किसी ने मोबाइल से वीडियो बना लिया, जो कुछ ही घंटों में सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों पर वायरल हो गया। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि प्रिंसिपल कुछ दस्तावेज देख रही थीं और उसी समय शिक्षक आकर उन्हें धक्का दे देता है।
शिक्षा विभाग में हड़कंप
वीडियो के वायरल होते ही शिक्षा विभाग में हलचल मच गई है। प्राथमिक शिक्षा अधिकारी ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं और संबंधित शिक्षक को कारण बताओ नोटिस भी भेजा गया है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) ने कहा, “महिला प्रधानाध्यापक के साथ जो हुआ, वह अत्यंत निंदनीय है। वीडियो की सत्यता की पुष्टि की जा रही है और जल्द ही दोषी के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।”
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीण भी विद्यालय के बाहर इकट्ठा हो गए। ग्रामीणों ने स्कूल स्टाफ के अंदर की खींचतान को लेकर चिंता जताई और प्रशासन से मांग की कि इस तरह की घटनाएं बच्चों की शिक्षा पर बुरा असर डालती हैं।
स्थानीय निवासी हरनाम सिंह ने कहा, “हम अपने बच्चों को शिक्षा के लिए स्कूल भेजते हैं, लेकिन अगर अध्यापक और प्रधानाध्यापक आपस में ही भिड़ते रहेंगे तो बच्चों पर क्या असर होगा?”
महिला शिक्षक संघ की नाराजगी
इस घटना के बाद महिला शिक्षक संघ ने भी कड़ा विरोध दर्ज कराया है। संघ की प्रदेश अध्यक्ष सुनीता शर्मा ने कहा कि “यह महिला सम्मान का सीधा उल्लंघन है और आरोपी शिक्षक को निलंबित किया जाना चाहिए।” उन्होंने कहा कि यदि शिक्षा विभाग ने जल्द कार्रवाई नहीं की तो महिला शिक्षक सड़कों पर उतरेंगी।
प्रिंसिपल की शिकायत
पीड़िता प्रिंसिपल ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि शिक्षक लगातार उन्हें धमकाता था और स्कूल में अनुशासन का उल्लंघन करता था। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि उन्हें सुरक्षा दी जाए और आरोपी पर सख्त कार्रवाई की जाए।
विभागीय जांच शुरू
शिक्षा विभाग की ओर से दो सदस्यीय जांच समिति का गठन कर दिया गया है, जो पूरे मामले की विस्तृत जांच कर एक सप्ताह में रिपोर्ट सौंपेगी। समिति स्कूल स्टाफ से बयान लेने के साथ-साथ वायरल वीडियो की तकनीकी जांच भी कराएगी ताकि पुष्टि की जा सके कि वीडियो से छेड़छाड़ तो नहीं की गई।
अंतिम निष्कर्ष
शिक्षा जैसे पवित्र क्षेत्र में इस प्रकार की घटनाएं न केवल अनुशासन को तोड़ती हैं बल्कि छात्रों के मनोबल और विश्वास को भी प्रभावित करती हैं। जहां एक ओर सरकार नई शिक्षा नीति और डिजिटल स्कूलों की बात कर रही है, वहीं स्कूलों में इस तरह की घटनाएं प्रशासन और शिक्षक समाज के लिए चिंता का विषय हैं। अब देखना यह है कि प्रशासन कितनी तेजी और पारदर्शिता के साथ कार्रवाई करता है।
रिपोर्ट: विशेष संवाददाता, मुरादाबाद