नारनौंद सरकारी अस्पताल में युवक ने की लड़की से छेड़छाड़, लोगों ने की पिटाई
हरियाणा के नारनौंद कस्बे से एक शर्मनाक और चौंकाने वाली घटना सामने आई है। जानकारी के अनुसार, नारनौंद के सरकारी अस्पताल में एक युवक ने एक आई हुई लड़की से छेड़छाड़ करने की कोशिश की, जिसके बाद वहां मौजूद लोगों ने युवक की जमकर पिटाई कर दी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, युवक नारनौंद के ही किसी नजदीकी गांव से बताया जा रहा है और वह कपड़ों का काम करता है। वहीं, लड़की नारनौंद की निवासी बताई जा रही है, जो किसी कार्यवश अस्पताल आई हुई थी।
घटना का विवरण
घटना अस्पताल के बाहरी परिसर में उस समय घटी जब लड़की किसी परामर्श के लिए डॉक्टर के पास जा रही थी। उसी दौरान उक्त युवक ने उस पर अभद्र टिप्पणी की और छेड़छाड़ का प्रयास किया। लड़की ने शोर मचाया और वहां मौजूद लोगों ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए युवक को पकड़ लिया।
इसके बाद मौके पर ही युवक की जमकर धुनाई कर दी गई। अस्पताल स्टाफ ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और मामले को शांत कराया।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
घटना का एक वीडियो भी सामने आया है जो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि युवक को लोगों ने चारों ओर से घेर रखा है और वह हाथ जोड़कर माफ़ी मांगता नजर आ रहा है।
वीडियो के वायरल होते ही स्थानीय लोगों में नाराज़गी और आक्रोश की लहर दौड़ गई है।
पुलिस जांच में जुटी
मामले की गंभीरता को देखते हुए नारनौंद पुलिस थाने से टीम अस्पताल पहुंची और युवक को हिरासत में ले लिया गया। पुलिस ने लड़की के बयान दर्ज कर लिए हैं और मामले की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी कि आरोपी युवक के खिलाफ IPC की धारा 354 (महिला का शील भंग करने का प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया गया है और आगे की कार्रवाई जारी है।
स्थानीय लोगों की मांग: अस्पताल में सुरक्षा बढ़े
इस घटना के बाद स्थानीय निवासियों ने अस्पताल प्रशासन और प्रशासनिक अधिकारियों से मांग की है कि अस्पताल परिसर में महिलाओं की सुरक्षा के लिए सख्त प्रबंध किए जाएं।
एक स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा, “सरकारी अस्पतालों में रोजाना सैकड़ों महिलाएं आती हैं। इस प्रकार की घटनाएं उन्हें भयभीत करती हैं। प्रशासन को सुरक्षा गार्ड, सीसीटीवी और महिला हेल्प डेस्क की व्यवस्था करनी चाहिए।”
प्रशासन की प्रतिक्रिया
अस्पताल प्रबंधन ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है और कहा है कि अब सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ किया जाएगा। अस्पताल अधीक्षक ने कहा कि महिला मरीजों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और संबंधित विभागों को निर्देश जारी किए जा चुके हैं।
अंतिम निष्कर्ष
इस घटना ने एक बार फिर महिला सुरक्षा के सवाल को सामने लाकर खड़ा कर दिया है। अस्पताल जैसे सार्वजनिक स्थानों पर ऐसी घटनाएं बेहद निंदनीय हैं। प्रशासन की ओर से त्वरित कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए स्थायी और प्रभावी उपाय जरूरी हैं।
रिपोर्ट: विशेष संवाददाता, नारनौंद