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Haryana मॉक ड्रिल - सलाह
दिनांक: 7 मई 2025
अवधि: रात्रि 7:50 से 8:00 बजे तक
हरियाणा राज्य में सिविल डिफेंस विभाग द्वारा मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है। इस ड्रिल का उद्देश्य नागरिकों को किसी भी संभावित आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार करना और अनावश्यक दहशत से बचाना है। सभी नागरिकों से अपील है कि नीचे दी गई सलाहों का पालन करें और प्रशासन का सहयोग करें।
ड्रिल से पहले क्या करें:
- अपना मोबाइल फोन और पावर बैंक चार्ज कर लें।
- आपातकालीन आपूर्ति तैयार रखें:
- बैटरी या सौर ऊर्जा से चलने वाली टॉर्च, फ्लैशलाइट, रेडियो, ग्लो स्टिक
- वैध पहचान पत्र (ID)
- पारिवारिक इमरजेंसी किट जिसमें पानी, सूखा भोजन, आवश्यक दवाइयाँ हों
- सायरन संकेतों की जानकारी लें:
- लंबा सायरन = अलर्ट की स्थिति
- छोटा सायरन = सब कुछ सुरक्षित
- रेडियो, टीवी (आकाशवाणी, दूरदर्शन) पर आधिकारिक अपडेट सुनते रहें।
- सुरक्षित स्थान की पहचान करें:
- घर का सबसे सुरक्षित आंतरिक कमरा या तहखाना चुनें
- परिवार के साथ अभ्यास करें – लाइट बंद कर 1–2 मिनट में एकत्र हों
- आपातकालीन संपर्क नंबर:
- पुलिस: 112
- अग्निशमन: 101
- एम्बुलेंस: 120
- शाम 7 से 8 बजे तक लिफ्ट का उपयोग न करें। लिफ्टों को निष्क्रिय कर दें।
- बुजुर्गों, बच्चों और विशेष आवश्यकता वाले व्यक्तियों को पहले से सूचित करें।
अभ्यास के दौरान क्या करें:
- अगर "यह एक अभ्यास है" जैसी घोषणा या सायरन सुनाई दे तो घबराएं नहीं।
- पुलिस, स्कूल प्रशासन, सुरक्षा कर्मियों या सरकारी निर्देशों का पालन करें।
- तुरंत अपने निर्धारित सुरक्षित स्थान पर एकत्र हो जाएं।
- ब्लैकआउट नियम:
- घर के अंदर रहें, खिड़कियों से दूर रहें।
- वाहन चला रहे हैं तो किनारे पर रोककर लाइट बंद करें और वहीं रहें।
- सभी बिजली स्रोत – इनडोर और आउटडोर – बंद कर दें, इन्वर्टर/जनरेटर भी।
- गैस या बिजली उपकरण तुरंत बंद कर दें।
- सुरक्षा सावधानियाँ:
- बच्चों, बुजुर्गों और पालतू जानवरों की निगरानी करें।
- खिड़कियों के पास मोबाइल या एलईडी डिवाइस का उपयोग न करें।
- खिड़कियों को मोटे पर्दों या कार्डबोर्ड से ढकें।
- असत्यापित जानकारी सोशल मीडिया पर न फैलाएँ।
ड्रिल के बाद:
- जब तक प्रशासन से अन्य निर्देश न मिलें, सामान्य गतिविधियाँ फिर शुरू करें।
- अपनी प्रतिक्रिया स्थानीय RWA या प्रशासन के साथ साझा करें।
- बच्चों, बुजुर्गों को समझाएँ कि यह अभ्यास उनकी सुरक्षा के लिए था।
नोट: यह मॉक ड्रिल अभ्यास चिकित्सा संस्थानों (अस्पताल, नर्सिंग होम) पर लागू नहीं होगा। हालांकि, उन्हें भी खिड़कियों को मोटे पर्दों से ढकने और सतर्क रहने के निर्देश दिए जाते हैं।
इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को किसी भी प्रकार की आपात स्थिति के लिए मानसिक, भौतिक और भावनात्मक रूप से तैयार करना है, ताकि ऐसी स्थिति में दहशत के स्थान पर संयम और समझदारी से कार्य किया जा सके।
सौजन्य से:
अशोक सैनी
जिला अध्यक्ष
भाजपा, हांसी