पंजाब में 14 तहसीलदार और नायब तहसीलदार निलंबित
चंडीगढ़: पंजाब सरकार ने प्रशासनिक स्तर पर बड़ी कार्रवाई करते हुए 14 तहसीलदार और नायब तहसीलदारों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई कथित लापरवाही, भ्रष्टाचार और काम में अनियमितताओं के चलते की गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मोगा और श्री मुक्सर साहिब जिलों में सबसे अधिक—छह-छह अधिकारियों को निलंबन की कार्रवाई का सामना करना पड़ा है। इसके अलावा, फिरोजपुर जिले के दो अधिकारियों को भी सस्पेंड किया गया है।
पंजाब सरकार द्वारा यह कदम सरकारी तंत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही को सुनिश्चित करने की दिशा में उठाया गया है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने स्पष्ट किया है कि किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सरकारी सूत्रों ने बताया कि निलंबित अधिकारियों पर गलत तरीके से भूमि रजिस्ट्री, रिश्वतखोरी और कार्य में ढिलाई जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। जांच के बाद यह कदम उठाया गया है।
मोगा और श्री मुक्सर साहिब, जो कि भूमि विवादों और रजिस्ट्री मामलों के लिए संवेदनशील माने जाते हैं, वहां इतनी बड़ी संख्या में अधिकारियों का निलंबन प्रशासन की सख्ती को दर्शाता है।
हालांकि, कुछ निलंबित अधिकारियों ने आरोपों को निराधार बताया है और सरकार से निष्पक्ष जांच की मांग की है।
जन प्रतिक्रिया: जनता के बीच इस कार्रवाई को लेकर मिश्रित प्रतिक्रिया है। कई नागरिकों ने सरकार के इस कदम की सराहना की है, वहीं कुछ लोग इसे राजनीतिक दबाव की कार्रवाई भी बता रहे हैं।
निष्कर्ष: पंजाब सरकार का यह कदम संदेश देता है कि राज्य में प्रशासनिक प्रणाली को साफ-सुथरा और जवाबदेह बनाने के लिए सरकार किसी भी स्तर पर कठोर निर्णय लेने को तैयार है। आगे देखना यह होगा कि जांच पूरी होने के बाद इन अधिकारियों के खिलाफ क्या अंतिम निर्णय लिया जाता है।
— Today News Update