लखनऊ एयरपोर्ट पर बड़ा हादसा टला, 250 हज यात्री बाल-बाल बचे
लखनऊ, 16 जून 2025: लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सोमवार को एक बड़ा विमान हादसा टल गया। सऊदी अरब के मदीना से लौट रहे हज यात्रियों से भरे SV 3112 फ्लाइट की लैंडिंग के दौरान अचानक उसके पहियों से चिंगारी निकलने लगी और धुआं उठने लगा। इस विमान में लगभग 250 यात्री सवार थे।
एयरपोर्ट स्टाफ की सतर्कता और पायलट की सूझबूझ के चलते विमान को सुरक्षित उतार लिया गया और सभी यात्रियों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया। इस घटना ने यात्रियों में कुछ देर के लिए दहशत फैला दी, लेकिन राहत की बात यह रही कि किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई।
लैंडिंग के वक्त दिखा खतरा
हज यात्रा से लौट रही यह फ्लाइट जैसे ही लखनऊ एयरपोर्ट पर उतरी, वैसे ही विमान के पिछले पहियों में जोरदार चिंगारी उठने लगी। कुछ यात्रियों ने खिड़कियों से धुआं उठता हुआ देखा और तुरंत विमान क्रू को इसकी जानकारी दी। कंट्रोल टॉवर को अलर्ट कर दिया गया और एयरपोर्ट पर तैनात दमकल और आपातकालीन सेवा दल सक्रिय हो गया।
जानकारी के अनुसार, टायरों में अत्यधिक घर्षण या ब्रेकिंग सिस्टम में तकनीकी खराबी के चलते यह घटना हुई। हालांकि एयरपोर्ट प्रशासन ने अभी तक इस मामले में किसी तकनीकी खराबी की पुष्टि नहीं की है और जांच जारी है।
सभी यात्री सुरक्षित
घटना के तुरंत बाद विमान को रनवे से हटाकर सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। विमान में मौजूद 250 यात्रियों को एक-एक करके सावधानीपूर्वक उतारा गया और मेडिकल टीम द्वारा उनका प्राथमिक परीक्षण किया गया। किसी भी यात्री को कोई चोट नहीं आई है।
एक यात्री मोहम्मद सलीम ने बताया, "हम जैसे ही नीचे उतर रहे थे, तभी झटका सा लगा और कुछ लोग घबरा गए। फिर हमने खिड़की से धुआं निकलता देखा, लेकिन फ्लाइट क्रू ने हमें शांत कराया और सुरक्षित बाहर निकाला।"
एयरपोर्ट प्रशासन की सतर्कता
लखनऊ एयरपोर्ट प्रशासन ने तुरंत स्थिति को नियंत्रण में लिया। दमकल वाहन, एम्बुलेंस और आपातकालीन रिस्पॉन्स टीम ने बेहद तेज़ी से काम किया और किसी भी अप्रिय घटना को टाल दिया।
एक अधिकारी ने बताया कि, "हमारी टीमें हमेशा अलर्ट रहती हैं और इस बार भी समय रहते कार्रवाई की गई। हम घटना की गंभीरता को समझते हुए इसकी पूरी जांच करेंगे।" फिलहाल इस फ्लाइट को तकनीकी परीक्षण के लिए रोक दिया गया है।
विमानन मंत्रालय ने मांगी रिपोर्ट
इस घटना को लेकर नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने भी रिपोर्ट तलब की है। मंत्रालय ने कहा है कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और यदि विमान की तकनीकी खराबी की पुष्टि होती है तो संबंधित एयरलाइंस के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
एयर इंडिया और सऊदी एयरलाइंस दोनों की तकनीकी टीमें इस मामले की गहन जांच कर रही हैं। प्रारंभिक जांच के अनुसार ब्रेकिंग सिस्टम या टायर ओवरहीटिंग इस घटना का कारण हो सकता है।
समाज में राहत और सतर्कता की भावना
इस घटना ने जहां यात्रियों और उनके परिजनों को कुछ समय के लिए चिंता में डाल दिया, वहीं एयरपोर्ट कर्मियों की तत्परता ने यह साबित कर दिया कि सतर्कता और समन्वय से बड़े हादसों को टाला जा सकता है।
लखनऊ एयरपोर्ट पर यह घटना भविष्य में सुरक्षा उपायों की समीक्षा की ओर भी इशारा करती है। विशेषज्ञों का मानना है कि अब हवाई यात्रा को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए ग्राउंड क्रू, फ्लाइट क्रू और विमान रख-रखाव की प्रक्रिया को और सख्त बनाया जाना चाहिए।
निष्कर्ष
लखनऊ एयरपोर्ट पर सोमवार को हुआ यह हादसा भले ही टल गया हो, लेकिन यह एक चेतावनी है कि हवाई सुरक्षा में कोई भी लापरवाही गंभीर परिणाम ला सकती है। सौभाग्यवश 250 हज यात्रियों की जान बच गई, लेकिन इस घटना ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन ही हवाई यात्रा की सफलता की कुंजी है।